स्मार्टसिटी मिशन के तहत 22 शहरो का काम पूरा, इन 100 शहरों को स्मार्ट शहरों को किया गया है शामिल

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मिशन लॉन्च किया था जिसका नाम स्मार्ट सिटी मिशन रखा गया था। यह मिशन तब लॉन्च किया गया था, जब केंद्र में बंपर जीत के साथ नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे। बता दें कि स्मार्ट सिटी मिशन का नाम लोग पहली बार सुने थे। लोग यह नाम सुनकर काफी उत्साहित हो गए थे। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य यह था कि देश के 100 शहरों को स्मार्ट शहरों में बदलना था। इस योजना को लांच किये हुए 9 साल बीत गए हैं। सभी लोगों के मन में उत्सुकता होगी की यह मिसन कहां तक पहुंचा है। तो चलिए जानते हैं-

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय शहरी एवं आवास मंत्रालय ने बता दिया है कि इस साल मार्च तक पहले 22 शहर अपनी सभी परियोजनाओं का काम पूरा कर लेंगे। बाकी के 78 शहरों की काम तीन से चार महीनों में पूरा हो जाएगा। आइये स्मार्ट सिटी के बारे में विस्तार से जानते हैं-

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क्या है स्मार्ट सिटी योजना?

स्मार्ट सिटी योजना के तहत सूचना एवं डिजिटल टेक्नोलॉजी, सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिए शहरों को बेहतर बनाना है। स्मार्ट सिटी लोगों की सबसे अहम जरूरतों एवं जीवन में सुधार करने के लिए सबसे बड़े अवसरों पर केंद्रित करता है। इस मिशन को प्रधानमंत्री ने 25 जून 2015 में लांच किया था। इस मिशन को पूरा करने की जिम्मेदारी केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय का है। इस मिशन को पूरा करने के लिए 7,20,0000 करोड़ रुपए की फंडिंग दी गई है।

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स्मार्ट सिटी मिशन के तहत इन 100 शहरो को किया गया है शामिल

पोर्ट ब्लेयर,विशाखापत्तनम,तिरुपति,काकीनाडा,अमरावती,पासीघाट,गुवाहाटी,मुजफ्फरपुर,भागलपुर, बिहारशरीफ, पटना, चंडीगढ़, रायपुर, बिलासपुर, नया रायपुर, दीव दादरा और नगर हवेली, सिल्वासा,करनाल, फरीदाबाद, धर्मशाला, शिमला, श्रीनगर, जम्मू, रांची, मंगलुरु, नई दिल्ली नगर परिषद,पणजी, गांधीनगर, अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा,राजकोट, दाहोद, करनाल, फरीदाबाद, धर्मशाला, शिमला, श्रीनगर, जम्मू, रांची, मंगलुरु, बेलगावी, शिवमोगा, हुबली धारवाड़, तुमकुरु, दावणगेरे, बेंगलुरु, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, कवरत्ती, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, सतना, उज्जैन,नासिक, थाइन, ग्रेटर मुंबई, अमरावती, सोलापुर,जालंधर,अमृतसर, जयपुर, उदयपुर, नागपुर, कल्याण-डोम्बीवली, औरंगाबाद, पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, इंफाल, शिलांग, आइजोल, कोहिमा, भुवनेश्वर, राउरकेला, औल्गरेट, लुधियाना,  कोटा, अजमेर, नामचि, गंगटोक, तिरुचिरापल्ली, तिरुनेलवेली, डिंडीगुल, तंजावुरी, तिरुपूर, सलेम, वेल्लोर, कोयंबटूर, मदुरै, खत्म, तूतुकुड़ी, चेन्नई, ग्रेटर हैदराबाद, ग्रेटर वारंगल, करीमनगर, अगरतला,मुरादाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर, बरेली, झांसी, कानपुर, प्रयागराज, लखनऊ, वाराणसी, गाज़ियाबाद, आगरा, रामपुर, देहरादून।

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मार्च २०२३ तक 22 शहरों का काम हो जायेगा पूरा 

इन 22 शहरों में भोपाल, इंदौर, आगरा, वाराणसी, भुनेश्वर, चेन्नई, कोयंबटूर, इरोड, रांची, उदयपुर, सलेम, सूरत, विशाखापट्टनम, अहमदाबाद, पुणे, काकीनाडा, वेल्लोर, पिंपरी चिंचवड, मदुरै, अमरावती ,तिरुचिरापल्ली, और तंजावुर शामिल है। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के अनुसार मार्च 2023 तक 22 स्मार्ट शहरों का काम पूरा हो जाएगा। इन शहरों का काम अंतिम चरण में है। जबकि अगले 3से 4 महीनों में बाकी के 78 शहरों का काम पूरा होगा।

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स्मार्ट सिटी मिशन के तहत मिलने वाली सुविधाएं

-नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण, महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों की सुरक्षा

-स्वास्थ्य मिशन और शिक्षा

-पर्याप्त पानी की आपूर्ति

-निश्चित विद्युत आपूर्ति

-ठोस वेस्ट मैनेजमेंट सहित स्वच्छता

-कुशल शहरी गतिशीलता और सार्वजनिक परिवहन

-किफायती आवास, विशेष रुप से गरीबों के लिए

-सुदृढ़ आईटी कनेक्टिविटी और डिजिटलीकरण

-सुशासन, विशेष रूप से इ-गवर्नेंस और नागरिक भागीदारी

-टिकाऊ पर्यावरण

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