बिजनेस के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए कोई भी शॉर्टकट तरीका काम नहीं आता है बिजनेस में सफलता पाने के लिए आपको दृढ़ता, जुनून, साहस का बहुत ही ध्यान रखना पड़ता है। आज हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो सिर्फ 4 साल के भीतर 16 करोड का कारोबार खड़ा कर दिया। हम जिस शख्स के बारे में बात कर रहे हैं उनका नाम सुमित गुप्ता है। चलिए कहानी को शुरू करते हैं।
आपको बता दे की इन सब की शुरुआत 2018 में मुंबई के एक छोटे से फ्लैट से शुरू हुआ था। आईआईटी बॉम्बे के छात्र रहे सुमित गुप्ता और उनके कॉलेज फ्रेंड नीरज खंडेवाल ने कुछ बड़ा करने का सपना देखा था उसे समय उनके पास लगभग 3 महीने की सेविंग बची हुई थी उन्हें उसे समय है रेंट तक चुकाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था ऐसी अनुकूल परिस्थितियों के होने के बावजूद भी उन्होंने एक ऐसी शुरुआत की जिसमें उन्हें देश के सबसे सफल उद्यमियों में शामिल हो गए।
जापानी इलेक्ट्रॉनिक और टेक्नोलॉजी कंपनी सोनी में किया काम
बिजनेस के क्षेत्र में आने से पहले सुमित जापानी इलेक्ट्रॉनिक और टेक्नोलॉजी कंपनी सोनी में काम कर रहे थे। उसे समय पूरी दुनिया भर में बिटकॉइन का काफी चलन था। उन्हें ब्लॉकचेन तकनीक की क्षमता का एहसास हो रहा था उनके दोस्त नीरज ने इसको समझा। आपको बता दे की नीरज सुमित के फैमिली बिजनेस से जुड़े हुए थे दोनों ने कोटा में जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी के दिनों में एक दूसरे के दोस्त थे वही उसके बाद एक साथ दोनों ने आईआईटी-बी में एडमिशन लिया।
2018 में मुंबई में पुराने से फ्लैट में एक कारोबार शुरू किया
उन्होंने 4 साल तक अध्ययन करने के बाद 2018 में मुंबई में पुराने से फ्लैट में एक कारोबार शुरू किया जिसका नाम था CoinDCX. काफी सारी मुश्किलों के बावजूद भी वह आगे बढ़ते रहे अपना काम करते रहे। क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग के लिए उनका फोकस्ड प्लेटफॉर्म जल्द ही उत्पादों और सेवाओं के लिए एग्रीगेटर हो गया। हालांकि उसके बाद कोरोनावायरस महामारी में सभी कारोबारी के लिए बड़ी चुनौती हो गई थी उसके दौरान भी उनका कारोबार आगे बढ़ाने में कामयाब रहा। रिपोर्ट्स के अनुसार 2021 तक कंपनी एक दशमलव एक अरब डॉलर का मूल्यांकन हासिल कर लिया था वही इस प्रकार वह भारत की पहली क्रिप्टो यूनिकॉर्न बन गई। इस समय CoinDCX में 600 से अधिक कर्मचारी हैं यह 1.5 करोड़ कस्टमर को सेवा प्रोवाइड करती है। वही देखते देखते 4 सालों में कंपनी का मूल्यांकन 16000 करोड रुपए से ज्यादा तक आ गया गया।