कुछ ऐसा है खेसारी लाल के सोहरत का सफ़र, पढ़िए फ़र्श से अर्श तक के सफ़र की दास्तान

भोजपुरी सिनेमा की धड़कन बन चुके खेसारी लाल यादव ने शुरुआती ज़िंदगी में काफी मुश्किलों का सामना किया। अभिनेता खेसारी लाल यादव असली नाम शत्रुघ्न कुमार यादव है, लेकिन इंडस्ट्री में उन्हें लोग खेसारी लाल यादव के नाम से ही जानते हैं।

फर्श से अर्श तक का सफर खेसारी लाल यादव को तोहफे में नहीं बल्कि उनके जुनून और मेहनत से मिला है। भोजपुरी इंडस्ट्री के मशहूर अभिनेता खेसारी लाल यादव आज की तारीख में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं।

खेसारी लाल यादव ने अपना करियर बनाने के लिए काफी स्ट्रगल किया है। ख्वाबों को हकीकत में तब्दील करने के लिए उन्होंने पुरज़ोर मेहनत की है

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार खेसारी लाल यादव का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था । इनके पिता एक खेती के ज़रिए परिवार का पालन पोषण करते थे।

खेसारी लाल यादव का बचपन सिवान और छपरा में गुज़रा है। वह बचपन से ही नाच और गाना गाने के शौकीन थे।

अपने परिवार का गुज़ारा करने के लिए खेसारी लाल यादव ने दिल्ली में धागा कटाई मशीन तक चलाई।

खेसारी लाल यादव की शादी हुई तो ज़िम्मेदारियां और बढ़ गईं। इसलिए उन्होंने संजय कॉलोनी (ओखला, दिल्ली) में लिट्टी चोखा की दुकान खोली। इसमें उनकी पत्नी ने भी काफी मदद की।

भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में काफी मशक्कत के बाद उन्हें अपना हुनर दिखाने का मौका मिला। इसके बाद से ही वह कामयाबी की सीढ़ीयों पर चढ़ते चले गए।

खेसारी लाल यादव को “ टेनिस वाली सानिया दूल्हा खोजली पाकिस्तानी ” गीत गाने की वजह से दिल्ली तिहाड़ जेल में 3 दिनों तक क़ैद भी रहना पड़ा था।
साभार : ONEINDIA HINDI

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