नहीं रहे मशहूर एक्टर Satish Kaushik, 66 साल की उम्र में हुआ निधन, दो बार मिल चूका है बेस्ट कॉमेडियन का अवार्ड

पूरा बॉलीवुड इस समय गमों के समुंदर में डूबा हुआ है जब खबर मिली कि मशहूर एक्टर सतीश कौशिक का आज निधन हो गया। कहा जाता है कि मृत्यु ही संसार का आखरी सत्य है। इससे कोई नहीं बच सकता है चाहे आपके पास कितनी भी संपत्ति हो आखिरी से छोड़कर जाना ही पड़ता है। 66 साल की उम्र में उनका निधन हुआ है। चौकाने वाली बात यह है एक दिन पहले करीबियों के साथ होली भी खेला जिसकी तस्वीर उन्होंने शेयर भी किया है. इस खबर से बॉलीवुड में सन्नाटा छा गया है।

मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सत्य है, मशहूर एक्टर अनुपम खेर के इन शब्दों ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। जब उन्होंने खबर दिया की सतीश कौशिक हमारे बीच नहीं रहे…. हर कोई यह सुनकर हैरान था कि सबको हंसाने वाला एक व्यक्ति ऐसे अचानक से हमारे बीच चला जाएगा, पर मृत्यु से कौन बच सकता है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दें कि, सबको हंसाने वाले मशहूर एक्टर एक बहुत गहरे गम से जूझ रहे थे हालांकि यह बात सबको नहीं पता है। बता दें कि साल 1990 में उनके बेटे सानू के निधन के बाद वह दुखों के समुंदर में डूब गए थे। दुखों के समंदर से खुद को निकालने के लिए उन्होंने ज्यादा से ज्यादा काम करना शुरू किया। वही साल 2012 में उन्होंने सोशल मीडिया पर फैंस को बताया कि उनके घर बेटी का जन्म हुआ है, उन्होंने ट्विटर पर लिखा था कि- बेटी का जन्म एक बच्चे के लिए हमारे लंबे और दर्दनाक इंतजार का अंत है।

बता दें कि मशहूर अभिनेता सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ में हुआ था उन्होंने शुरुआत की पढ़ाई करोल बाग कि एक स्कूल से किया और फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी के करोड़ीमल कॉलेज से 1972 में ग्रेजुएशन किया।

फिर उसके बाद एक्टिंग के शौक रखने वाले सतीश को उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा तक ले गया। बॉलीवुड में एंट्री से पहले वो थिएटर के मंजे हुए कलाकार थे।

100 फिल्मों में कर चुके है काम 

फिल्म ‘मासूम’ में साल 1983 में उन्होंने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर अपने करियर की शुरुआत किया। उसके बाद उन्होंने कल्ट फिल्म जाने भी यारों में अभिनय के साथ-साथ डायरेक्शन में भी हाथ आजमाया। बता दे कि रूप की रानी चोरों का राजा के डायरेक्टर सतीश कौशिक ही थे। इस लंबे करियर में उन्होंने लगभग 100 फिल्मों में काम किया होगा।

मिस्टर इंडिया के बाद मिली पहचान, दो बार मिल चूका है बेस्ट कॉमेडियन का अवार्ड 

एक फिल्म आई थी मिस्टर इंडिया, यह फिल्म 1987 में आई थी। जिसके बाद उन्हें बतौर एक्टर पहचान मिला। उसके बाद उन्हें कॉमेडी का रोल ज्यादा मिलने लगा। फिल्म इंडस्ट्री में वो अपनी जिंदादिली और दोस्ती के लिए भी मशहूर है। बता दें कि फिल्म राम लखन और साजन चले ससुराल के लिए दो बार बेस्ट कॉमेडियन का फिल्म फेयर अवार्ड भी जीता था। बताया जाता है कि वह अपने पीछे बेटी वंशिका और पत्नी शशि कौशिक को भी पीछे छोड़ गए है।

Leave a Comment