गोरखपुर शहर को जोड़ने के लिए बनेगा फोरलेन सड़क, 26KM लम्बाई और 20 मीटर होगी चौड़ाई

गोरखपुर में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए एक और फोरलेन निर्माण होगा। पिपरी में आयुष विश्वविद्यालय को शहर से जोड़ने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस को जोड़ने के लिए भटहट से बांस स्थान होते हुए मानीराम तक 26 किलोमीटर फोरलेन सड़क बनाया जाएगा।इस फोरलेन को बनाने के लिए सर्वे पूरा हो चुका है वही डीपीआर लोक निर्माण विभाग ने पहले ही शासन को भेज दिया है और इस फोरलेन को जल्द ही वित्तीय स्वीकृति मिलने की उम्मीद है।

दरअसल आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय तक जाने वाली सड़क को फोरलेन में बदलने के लिए निर्देश दिया था जिसके बाद पीडब्ल्यूडी प्रक्रिया की। 26 किलोमीटर लंबे इस फोरलेन का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। बता दें कि भटहट तिराहे से बांस स्थान तक लगभग 11 किलोमीटर से अधिक फोरलेन का निर्माण पहले होगा वही उसके बाद बांसस्थान से मानीराम तक होगा।

इस फोरलेन सड़क की 20 मीटर होगी चौड़ाई

जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि भटहट- मानीराम फोरलेन सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी के द्वारा कराया जाएगा, इस सड़क की लंबाई 26 किलोमीटर होगी, वहीं सड़क के बीच में ढाई मीटर का डिवाइडर होगा। डिवाइडर से एक तरफ सड़क की चौड़ाई 8.75 मीटर होगा। फोरलेन सड़क की चौड़ाई 20 मीटर की होगी। बता दें कि सड़क के बीच में स्ट्रीट लाइट के लिए खंबे लगाए जाएंगे यही नहीं इसके दोनों तरफ नाला का निर्माण भी होगा।वहीं कुछ हिस्सों में दोनों तरफ जमीन का अधिग्रहण होगा।

जानिए कितना महत्वपूर्ण हो सकता है यह सड़क

आप जान ले कि यह फोरलेन सड़क इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्युकी आयुष विश्वविद्यालय के पास में ही 20 एकड़ में होमगार्ड ट्रेनिंग सेंटर खोला जाएगा। वही इसके बनने से इस विश्वविद्यालय की कनेक्टिविटी के साथ ही महाराजगंज से लखनऊ और वाराणसी जाने वालों को एक नया बाईपास मिल जाएगा। बता दें कि महाराजगंज, परतावल से लखनऊ के तरफ जाने वाले वाहनों को अभी गोरखपुर शहर होकर जाना पड़ता है वही भटहट से कालेसर जाने के लिए लोगों को लगभग 42 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है इस रोड के बनने से न सिर्फ 5 किलोमीटर की दूरी कम जाएगी बल्कि ट्रैफिक जाम से भी छुटकारा मिलेगा।

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