गोरखपुर में जाम से मुक्ती और बेहतर यातायात के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है, बता दे कि यातायात सुविधा को बेहतर करने के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय ने तैयारी शुरू कर दिया है और वही वार्षिक कार्य योजना में मंडल की 4 सड़को को शामिल किया है। सड़कों के निर्माण कार्य को लेकर डीपीआर एनएच के तरफ से तैयार की जा रही है जानकारी के अनुसार यह सभी सड़को की 10 मीटर चौड़ाई बढ़ेगी या इन्हे फोरलेन की जाएगी।
करमैनी घाट से परतावल तक 10 मीटर बढ़ेगी चौड़ाई
आपको बता दें कि मार्ग संख्या 328 यह सड़क करमैनी घाट से परतावल तक जाती है जिसकी लंबाई लगभग 39 किलोमीटर है और यह सड़क महाराजगंज जनपद में पड़ती है। खबर के अनुसार इस सड़क को 10 मीटर चौड़ा विद पेव्ड सोल्डर किया जाएगा। इस सड़क की स्वीकृति इसी वित्तीय वर्ष में मिल गई थी डीपीआर कार्य भी लगभग अंतिम चरण में है।
पीलीभीत से बिहार बॉर्डर पनियहवां तक बढ़ेगी चौड़ाई
वही पीलीभीत से बिहार बॉर्डर पनियहवां तक जिस नेशनल हाईवे का निर्माण कराया जाएगा वह राष्ट्रीय राजमार्ग 730 है खबर के अनुसार इस मार्ग पर 33 किलोमीटर तक चौड़ाई बढ़ाई जाएगी, यह सड़क कुशीनगर जनपद में पड़ता है और इसका डीपीआर तैयार किया जा रहा है।
आपको बता दें कि महाराजगंज जनपद में फरेंदा क्षेत्र में बाईपास का निर्माण कराया जाएगा इस बाईपास को फोरलेन किया जाएगा और इस बाईपास को एनएच के द्वारा निर्माण कराया जाएगा। बता दे कि जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए लगभग 2 किलोमीटर लंबे बाईपास का निर्माण किया जाएगा।
यही नहीं इसके अलावा महाराजगंज-निचलौल- ठूठीबारी से नेपाल बॉर्डर तक एक सड़क का निर्माण कराया जाएगा। लगभग 39 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के निर्माण होने से नेपाल बॉर्डर तक आवागमन बेहतर हो जाएगी। इस सड़क का निर्माण कार्य एन एच के द्वारा कराया जाएगा।
बता दे कि एनएच अधिशासी अभियंता प्रभात चौधरी के अनुसार सड़क परिवहन मंत्रालय की वार्षिक कार्य योजना में इसे शामिल कर एनएच को डीपीआर बनाने को कहा गया है वही डीपीआर तैयार किया जा रहा है और इसके बनने के बाद धनराशि मिलने पर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। आभार अमर उजाला।