वैसे तो हमारे देश में हजारो  भाषाएं बोली जाती है भारत के हर राज्य में अलग-अलग भाषाएं हैं। लेकिन क्या आप से पूछा जाए कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है, अगर आपका जवाब “हिंदी” है तो आप गलत है। ज्यादातर लोगों से पूछा जाता है कि भारत की राष्ट्रीय भाषा क्या है तो लोग एक ही जवाब देते हैं वो है “हिंदी” दरअसल आपको बता दे कि हमारे देश कि कोई भी राष्ट्रीय भाषा है ही नहीं, यह हम नहीं कह रहे बल्कि ऐसा (NCIB) नेशनल क्राईम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो कह रही है आइए जानते हैं-

 

क्या कहती है NCIB?

एनसीआइबी अपने टि्वटर हैंडल से ट्वीट करके लिखा है कि” अगर आपको यह पता है कि हिंदी हमारी राष्ट्रीय भाषा है तो आप गलत हैं। क्योंकि, हमारे देश की कोई राष्ट्रीय भाषा है ही नहीं। दिनांक 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा में हिंदी को राजभाषा बनाने का निर्णय लिया गया। तब से वर्ष 1953 से 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। “

NCIB यह भी कहती है कि” हिंदी हमारी राजभाषा तो बन गई परंतु राष्ट्रीय भाषा अभी तक न बन पाई है। हिंदी राजभाषा के साथ साथ हमारे देश की अधिकारिक भाषा भी है। हिंदी के अलावा अंग्रेजी को भी देश के आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला है। साथ ही, 22 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं को भी राज्य के आधिकारिक भाषा का दर्जा मिला है।

NCIB के कहने के अनुसार-” देश की 22 अधिकारिक भाषाओ (क्षेत्रीय) में असमी, उर्दू, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी,, मराठी, ओड़िया, पंजाबी, संस्कृत, संतली, सिंधी, तमिल, तेलुगू, बोडो, डोगरी, बंगाली, गुजराती, और नेपाल की राष्ट्रीय भाषा नेपाली भी शामिल है।

Rajan Sharma

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