गोरखपुर पूर्वांचल का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन में से एक है।
गोरखपुर वासियों के लिए पूर्वोत्तर रेलवे ने बड़ा ऐलान किया है, गोरखपुर के रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट की तरह विकसित करने के लिए एक बेहद हाई बेहतरीन प्लान तैयार किया गया है। गोरखपुर के रेलवे स्टेशन के पुनर विकास एवं निर्माण के डिज़ाइन के लिए लिए रेलवे नहीं कंसलटेंसी एजेंसी का चयन भी कर लिया है, नामित कंसलटेंसी एजेंसी ने को रेलवे बोर्ड को गोरखपुर रेलवे स्टेशन का समस्त ब्यौरा उपलब्ध कर दिया है।
गोरखपुर के अलावा इन नज़दीकी स्टेशनो का काम शुरू
गोरखपुर के अलावा काठगोदाम रेलवे स्टेशन गोमती नगर छपरा तथा गोंडा रेलवे स्टेशन की भी पुनर्विकास की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। कंसलटेंसी एजेंसी का कार्य यह एजेंसी रेलवे के खाली पड़े जमीनों पर कमर्शियल उपयोग करने की योजना पर कार्य करें इसके अलावा आय और व्यय का आकलन करना रेलवे की आमदनी के साथ आने जाने वाले यात्रियों को भी अतिरिक्त सुविधाएं मुहैया कराई जा सके।
इन बिंदुओं पर ख़ास ख़्याल
गोरखपुर रेलवे स्टेशन को विकसित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का ध्यान रखा गया है जिसमें शहर के दोनों हिस्सों को रेलवे स्टेशन से जोड़ने का प्लान स्टेशन भवन के ऊपर प्लाजा और कैफिटेरिया बनाने का प्लान, फूड कोर्ट वेटिंग हॉल तथा बच्चों को खेलने के लिए अलग स्थान इसके अलावा मित्रों एवं बस के लिए स्टेशन परिसर में जगह दी जाएगी।
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— North Eastern Railway (@nerailwaygkp) November 16, 2022
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर बनेगा प्रवेश द्वार
गोरखपुर के अलावा चुने गए अन्य रेलवे स्टेशन को भी विश्वस्तरीय लुक एवं उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराए जाएंगे, मिली जानकारी के अनुसार गोरखपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार का निर्माण कुछ इस प्रकार किया जाना है कि यात्रियों के प्रवेश करते हैं पूर्वांचल के माटी की खुशबू यात्रा से पहले एवं यात्रा के बाद भी मिल सके इस पुनर्विकास योजना में रेलवे स्टेशन के परिसर में रेस्टोरेंट मेडिकल और शॉपिंग कंपलेक्स सहित उच्च स्तरीय सुविधाएं देने की योजना बनाई गई है।
कुल 199 स्टेशनो का चयन
प्लान के मुताबिक भारत के लगभग 199 रेलवे स्टेशन के विकास की प्रक्रिया चल रही है इस प्रक्रिया में लगभग 47 रेलवे स्टेशन के विकास से संबंधित कार्य को शुरू करने के लिए टेंडर निकाला जा चुका है इससे रेलवे स्टेशन हैं जिन पर बहुत ही तेजी से कार्य भी किया जा रहा है। प्रथम चरण की बात की जाए तो इस प्रकरण में भारत के 3 बड़े रेलवे स्टेशन का चयन किया गया है जिसमें प्रथम स्थान पर नई दिल्ली छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल अमदाबाद के लिए भारतीय कैबिनेट ने ₹10000 करोड़ रुपए का निवेश भी स्वीकृत कर लिया है।