देश की इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत करने के लिए बड़ी-बड़ी एक्सप्रेस वे हाईवे बनाई जा रही है देश में एक ऐसा भी हाईवे बनाया जा रहा है जिसे सुनकर आप चौक जायेंगे। यह हाईवे बाकी के हाईवे से अलग होगा। इस हाईवे पर गाड़ियां चलते ही चार्ज हो जाएंगी। सरकार के द्वारा सोलर एनर्जी से चलने वाली इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने पर काम चल रहा है इस हाईवे पर कई सारी सुविधाएं मिलेंगी। आइए जानते हैं इस हाईवे पर बाकी के मिलने वाली सुविधाओं के बारे में-
इलेक्ट्रिक हाईवे के लिए शुरू हो चुका है ट्रायल
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेशनल हाईवे फॉर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के द्वारा इस World EV Day 2022 के मौके पर दिल्ली से जयपुर इलेक्ट्रिक हाईवे के दूसरे और अंतिम फेज के ट्रायल रन की शुरुआत किया गया है। बता दे कि 278 किलोमीटर लंबे इस इलेक्ट्रिक हाईवे पर इलेक्ट्रिक बस और कार को महीने भर के लिए लगे चार्जर और तकनीक के साथ ट्रायल किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार आपको बता दे कि दिल्ली से आगरा कि पिछले 210 किलोमीटर के तकनीकी ट्रायल के बाद इस 278 किलोमीटर कि इस कमर्शियल ट्रेन से देश को पहले 500 किलोमीटर के इलेक्ट्रिक हाईवे बनाया जा सकेगा।
4 राज्यों से गुजरेगा इलेक्ट्रिक हाईवे
NHEV यानी National Highway four electric vehicle पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत 500 किलोमीटर देश के पहले इलेक्ट्रिक हाईवे का 210 किलोमीटर का पहला चरण दिल्ली से आगरा तक 2020 से किस में पूरा किया गया था। बता दें कि इसका ट्रायल कि शुरुआत भी दिल्ली के इंडिया गेट से हुआ था। 500 किलोमीटर लंबे यह इलेक्ट्रिक हाईवे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान से गुजरेगा, हाईवे पर 20 चार्जिंग स्टेशन और 10 इंफ्रा डिपो बनाया जाएगा।
इलेक्ट्रिक बनाने के लिए कितना लगेगा खर्च?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने के लिए सरकार के द्वारा 2.5 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं, इस हाइवे को बनाने के पीछे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार में तेजी लाना है।
जर्मनी की कंपनी कर रही है मदद
भारत में बनाने के लिए सरकार ने जर्मनी की कंपनी से कांटेक्ट किया है। आपको बता दें कि इस कंपनी ने जर्मनी में फ्रैंकफर्ट शहर में 2019 में ही इलेक्ट्रिक बनाया है। इस सड़क की लंबाई 6 मील है इस सड़क पर बिजली का करंट है सड़क पर चलने वाली इलेक्ट्रिक केबल की मदद से एनर्जी प्राप्त करती है।
2016 में हो गई थी शुरुआत
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने के लिए 2016 में ही योजना शुरू हो गया था। दुनिया का सबसे लंबा इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने के लिए अटल हरित विद्युत राष्ट्रीय महामार्ग योजना शुरू किया गया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि जल्द ही भारत में स्वीडन की तरह इलेक्ट्रिक हाईवे होगा। इसके अंतर्गत सबसे पहले दिल्ली- जयपुर एक्सप्रेस और दिल्ली आगरा यमुना एक्सप्रेसवे इलेक्ट्रिकल रहा है।
यमुना एक्सप्रेसवे हो चुका है ट्रायल
आपको यह भी बता दे कि यमुना एक्सप्रेस वे पर इलेक्ट्रिक हाईवे का ट्रायल दिसंबर 2020 में शुरू हो चुका है बता दें कि दिल्ली जयपुर हाईवे को इलेक्ट्रिक हाईवे बनाने के लिए ट्रायल 9 सितंबर 2022 हो चुका है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली जयपुर हाईवे और दिल्ली आगरा यमुना एक्सप्रेसवे को मिलाकर करीब 500 किलोमीटर इलेक्ट्रिक हाईवे के मार्च 2023 तक शुरू होने की उम्मीद है।
इलेक्ट्रिक हाईवे पर हाई स्पीड से दौड़ेगी वाहन
इलेक्ट्रिक हाईवे बन जाने से वाहन हाई स्पीड से दौड़ सकेगी, बता देगी हाईवे पर अधिकतम रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगा। इस हाईवे के बनने से प्रदूषण में कमी आएगी और लोग कम खर्च में ज्यादा सफर कर सकेंगे।
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