भारत का पहला ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेस-वे जिसपर कार के साथ दौड़ेगी रैपीड रेल, यह सपना नही हक़ीक़त

भारत में भी लगातार एक्सप्रेस वे का जाल कोने कोने में बिछाया जा रहा है। भारत की सड़कों पर जल्द ही कारों की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा देखने को मिलेंगे। भारत के 2 बड़े महानगर दिल्ली और मुंबई के बीच पहुंचने में कार के माध्यम से सिर्फ 2 घंटे का समय लगने वाला है। यह सपना नहीं बल्कि हकीकत है।

ऐसे साकार होगा सपना

भारत में 109 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेसवे इस सपने को साकार करेगी। बड़ी खबर यह है कि इस एक्सप्रेस वे पर कार के साथ-साथ रैपिड रेल भी रेस लगाते हुए देखा जा सकेगा। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण अहमदाबाद से धोरेला के बीच किया जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे को धोरेला इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कनेक्ट किया जाएगा। भारत के केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने इस प्रोजेक्ट का निरीक्षण करते हुए अगले साल जनवरी तक इसे पूरा होने की सूचना जारी की है।

मंत्री नितिन गड़करी ने दी अहम जानकारी

नितिन गडकरी ने जानकारी देते हुए बताया है कि यह प्रोजेक्ट देश का पहला हाई स्पीड इंटीग्रेटेड मल्टीमॉडल कॉरिडोर है, जिस पर कार के साथ-साथ रेलवे ट्रैक भी देखने को मिलेगा। अहमदाबाद से धोरेला के बीच इस एक्सप्रेस वे की चौड़ाई 120 मीटर है, इसी चौड़ाई में 90 मीटर का एरिया एक्सप्रेस वे के लिए तथा शेष 30 मीटर चौड़ाई का हिस्सा रेलवे ट्रैक के लिए मनाया जाएगा जिस पर रेल ट्रांसलेट सिस्टम बनाया जा सकेगा।

बजट है ₹4200 करोड़

इस पूरे प्रोजेक्ट के निर्माण पर लगभग ₹4200 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं, यह प्रोजेक्ट देश का पहला ग्रीन फील्ड इंडस्ट्रियल सिटी भी है। हालाकी रैपिड रेल ट्रांसिट सिस्टम इलाज दिल्ली से मेरठ के बीच 17 किलोमीटर के प्रोजेक्ट का ट्रायल शुरू हो चुका है तथा इसके लिए एक और रूट दिल्ली से अलवर तक तैयार किया जा रहा है।

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