गोरखपुर से मुंबई रेलयात्रियो को सौग़ात, साथ साथ वाराणसी के लोगों को बड़ा तोहफ़ा

गोरखपुर: पूर्वोत्तर रेलवे की मांग पर बोर्ड ने 7 और ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे को देने का फैसला लिया है। कैंट से चलने वाली पांच एक्सप्रेस और दो पैसेंजर ट्रेनें, अब बनारस स्टेशन से चलेगी। रेलवे प्रशासन ने ट्रेनों को संचालित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।

 

# 7 ट्रेनों के आने से कुल संख्या हो जाएगी 75, एनईआर की मांग पर बोर्ड ने लिया फैसला__

आपको बता दें कि इन 7 ट्रेनों के आने से एन ई आर के ट्रेनों की कुल संख्या 75 एक्सप्रेस ट्रेन और 87 पैसेंजर ट्रेन हो गई है । दरअसल पूर्वोत्तर रेलवे ने पिछले वर्ष ही कैंट से संचालित होने वाली 7 ट्रेनों को मंडुआडीह (बनारस) से संचालित करने की मांग की थी। मंडुआडीह स्टेशन का कायाकल्प व नाम बदलकर बनारस करने के बाद रेलवे बोर्ड ने उत्तर रेलवे के 7 ट्रेनों को एन ई आर को देने का फैसला कर लिया है।

 

गौरतलब है कि रेलवे के इस फैसले से वाराणसी कैंट का लोड कम होने के साथ-साथ यात्रियों की परेशानियां तो कम होंगी ही व यात्री बनारस से आरामदायक सफर भी कर पाएंगे । क्योंकि सुनने में आ रहा है कि बनारस में यात्री सुविधाएं बेहतर होने के साथ स्टेशन की क्षमता भी बढ़ गई है। इतना ही नहीं यह स्टेशन अब एयरपोर्ट की तर्ज पर काम करने लगा है।

 

# बनारस से चलने वाली ट्रेनें_

14219  वाराणसी-लखनऊ एक्सप्रेस

22969 ओखा-वाराणसी  एक्सप्रेस

11071 कामायानी एक्सप्रेस

22407 गरीब रथ एक्सप्रेस

14265 देहरादून जनता एक्सप्रेस

04267 प्रतापगढ़ स्पेशल पैसेंजर

04201 प्रतापगढ़ स्पेशल पैसेंजर

 

# 22  व 29 को गोरखपुर से एलटीटी जाएगी समर स्पेशल__

मुंबई जाने वाले पूर्वांचल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। बढ़ती भीड़ को देखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर से लोकमान्य तिलक टर्मिनल एलटीटी के बीच दो फेरा में 1 जोड़ी समर स्पेशल एक्सप्रेस चलाने का निर्णय लिया है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार 02103/ 02104 नंबर की लोकमान्य तिलक टर्मिनल गोरखपुर लोकमान्य तिलक टर्मिनल ग्रीष्मकालीन सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन 20 एवं 27 जून को एलटीटी से तथा 22 एवं 29 जून को गोरखपुर से चलाई जाएगी। इस ट्रेन में वातानुकूलित प्रथम सह द्वितीय व द्वितीय श्रेणी के एक-एक वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के 5, शयनयान श्रेणी के 11 और साधारण द्वितीय श्रेणी के 3 कोच लगाए जाएंगे।

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