गोरखपुर से खुलने वाली ट्रेनो में शुरू हुई नई व्यवस्था, अब तक की सबसे आधुनिक एचएचटी सिस्टम हुवा लागु

पूर्वोत्तर रेलवे के ट्रेनों में टिकट चेकिंग स्टाफ के पास चार्ट शीट की जगह अब एचएचटी यानी हैंड हेल्ड टर्मिनल मशीन रहेगा। जिससे टीटीई आसानी से ट्रेनों में टिकट की आवंटन कर सकेंगे। आपको बता दें कि गोरखपुर पूर्व वाराणसी मंडल में पेपरलेस ऑनलाइन सिस्टम शुरुआत कर दी गई है। गाड़ी संख्या 15028 गोरखपुर-हटिया मौर्य एक्सप्रेस में टिकट चेकिंग स्टाफ एचएचटी हैंड हेल्ड टर्मिनल उपलब्ध करा दिया गया है। धीरे-धीरे यह सिस्टम सभी ट्रेनों में जल्द ही उपलब्ध करा दिया जाएगा। टीटीई का कहना है कि टिकटों की जांच और खाली सीटों की आवंटन बेहद सरल हो गया है यात्रियों को सफर के दौरान बर्थ आवंटन को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा।

 

गोरखपुर पूर्व को मिला 45 हैंड हेल्ड टर्मिनल

मुख्य टिकट निरीक्षक गोरखपुर पूर्व के बताने के अनुसार 45 एचएचटी हैंड हेल्ड टर्मिनल मिला है उनका कहना है कि पहले दिन मौर्य एक्सप्रेस में इसका इस्तेमाल शुरु हो चुका है। वहीं धीरे-धीरे सभी ट्रेनों में यह व्यवस्था शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि शुरुआत के समय में टिकट चेकिंग स्टाफ को विकल्प के रूप में चाट शीट भी दिया जा रहा है, ऐसा इसलिए क्योंकि एच एच टी में कोई गड़बड़ी होने पर चाट का उपयोग किया जा सके। लखनऊ और वाराणसी मंडल मे चलने वाली ट्रेनों में भी यह व्यवस्था जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा।

 

आरएसी और वेटिंग टिकट होगा कन्फर्म और फर्जीवाड़ा पर लगेगा रोक-

आपको बता दे की इस नई व्यवस्था के शुरू होने सेअनधिकृत सीट आवंटन पर रोक लगेगा, टिकट चेकिंग स्टाफ यात्रियों के नाट टार्न अप होने से जैसे ही खाली बर्थ एच एच टी मे  फीड करते ही आर ए सी के बर्थ ऑटोमेटिक कंफर्म हो जाएंगे। टिकट कंफर्म होने के बाद यात्री के मोबाइल पर भी कन्फर्मेशन का मैसेज चला जाएगा। बता दें कि आर एस सी के टिकट कंफर्म होते ही हैं वेटिंग सूची वाले यात्रियों का भी टिकट कंफर्म हो जाएगा। यात्रियों के मोबाइल पर इसकी सूचना मिल जाएगी।

 

टीटीई नहीं कर पाएंगे मनमानी-

हैंड हेल्ड टर्मिनल का इस्तेमाल सिर्फ टिकट आवंटन के लिए नहीं बल्कि इससे टिकट बनाने के साथ-साथ जुर्माना भी काटने का काम करेगा। फिलहाल एच चटी  का इस्तेमाल वर्तमान में सीटों के आवंटन के लिए हो रहा है लेकिन यह जुर्माना भी बनाएगा। एच एच टी  फर्जीवाड़ा को भी रोकने का काम करेगा वही शंका होने पर एचएचटी से असली और नकली टिकट की पहचान हो सकेगी। ऑफिस में बैठे अफसर यह पता कर पाएंगे कि टीटीई किस ट्रेन में सफर कर रहा है और कितना टिकट जुर्माना बनाया है। बता दें कि किराया और जुर्माने का पैसा रेलवे से संबद्ध बैंक अकाउंट में सीधा चला जाएगा। पैसों की हिसाब किताब जोड़ घटाव के झंझट से भी छुटकारा मिलेगा।

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