गोरखपुर में अगर सफल हुआ यह ट्रॉयल, तब नया अनोखा त्रिनेत्र रखेगा आपपर निगाहें

अब दंगाईयों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। इसकी शुरुआत गोरखपुर से शुरू होगी। ट्रायल के तौर पर गोरखपुर के थानों को ड्रोन की पहले व्यवस्था कराई जाएगी। साथ ही इन्हें चलाने के लिए पहले पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग कराई जाएगी। गुरूवार को पहले ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग के लिए थानों के 20 पुलिसकर्मियों को आईटीएम गीडा भेजा गया है।

अगर यह ट्रायल सफल रहा तभी पूरे प्रदेश में यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। एसपी सिटी कृष्ण कुमार के द्वारा ड्रोन की अच्छी व्यवस्था कराने और पुलिसकर्मियों के ट्रेनिंग कराने की खाका तैयार कर ली गयी है।दरअसल, हाल के दिनों में हुए उपद्रव को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है की सरकार के निर्देश पर गोरखपुर जोन के हर जिले सहित प्रदेश के जिलों की भी पुलिस की एक विशेष टीम बनाई गई थी।

इसमें 20 से 40 लोग ही शामिल हैं, जो पत्थरबाजों से भी निपटेंगे। उस टीम को फुल बॉडी प्रोटेक्टर वर्दी भी दी गई थी। गोरखपुर जोन के 11 जिलों की पुलिस को 479 वर्दी भी मिली थीं। अब अगली कड़ी में सभी थानों पर ड्रोन की कड़ी व्यवस्था कराई जाएगी।

अभी तक केवल जिलों के ही पुलिस लाइन्स में ड्रोन है। जहां से उपद्रव, जुलूसों आदि में निगरानी रखने के लिए आसमान से निगरानी रखने के लिए उसका उपयोग किया जाता है। अधिकांश जिलों की पुलिस लाइन्स में एक से दो ड्रोन ही हैं, कुछ छोटे जिलों में तो एक भी ड्रोन नहीं है। ऐसे में दूसरे जिलों की पुलिस लाइन्स से ड्रोन को मंगाए जाते हैं या किराए पर लिए जाते हैं।

गोरखपुर हाल ही में जुमे की नमाज को सकुशल संपन्न कराने के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में 56 संवेदनशील स्थानों की ड्रोन से निगरानी भी कराई थी। इसमें छतों पर पत्थर मिले थे। जिसके बाद उन घरों के मालिकों को नोटिस भी दिया गया हैं।

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