उत्तर प्रदेश में सरकार के द्वारा ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह पिछले महीने आयोजित किया गया था, जिसमें अलग-अलग ज़िलों तथा राज्यों से उद्यमियों ने निवेश करने के लिए अपने प्रस्ताव को रखा था, उन प्रस्तावों पर मुहर लगने के बाद अब उनमें से अधिकतर निवेशकों ने फैक्ट्री लगाने का भी कार्य शुरू कर दिया गया है, सारांश में जानकारियां यह है कि इन कारखानों से लगभग 4000 से भी अधिक लोगों को रोजगार पाने का अवसर प्राप्त होगा। आइए जानते हैं पूरी डिटेल में,
लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में गोरखपुर से लगभग 26 उद्यमी शामिल हुए थे, जिसमें लगभग 24 उद्यमियों ने फैक्ट्री लगाने का कार्य शुरू कर दिया है, ऑन द स्पॉट मिली जानकारी के अनुसार लगभग सभी उद्यमी ने चारदीवारी कराने का कार्य पूरा कर लिया है, आपको बता दें कि फैक्ट्री की स्थापना के लिए पर्यावरण विभाग द्वारा एनवायरमेंटल क्लीयरेंस लेना पड़ता है जिसके लिए एक उद्यमी ने आवेदन किया है, इस आवेदन को क्लियर होने में तकरीबन 3 से 4 महीने का समय लगता है तथा इसके क्लीयरेंस के बाद ही फैक्ट्री की स्थापना का काम शुरू किया जा सकता है, आपको बता दें कि कुछ उद्यमियों के द्वारा फैक्ट्री लगाने का कार्य लगभग अंतिम चरण में चल रहा है।
इस कार्यक्रम में हुए सबसे बड़े निवेश में 700 करोड़ से भी अधिक का निवेश शामिल है यह निवेश इलेक्ट्रिक वाहन के निर्माण के लिए किया जा रहा है, इसके अलावा केयान डिस्टीलरी द्वारा 1200 करोड रुपए से एथेनॉल प्लांट एवं डिस्टीलरी का प्लांट स्थापित किया जा रहा है। 600 करोड़ रुपए से भी अधिक लागत से एक सीमेंट की फैक्ट्री लगाई जा रही है यह कार्य गैलेंट समूह के द्वारा किया जा रहा है।
इन सबके अलावा भी अन्य प्रकार के उद्योग जैसे प्लास्टिक किचन वेयर सर्जिकल मेडिकल बेकरी प्रोडक्ट फर्नीचर नमकीन प्लास्टिक बैग एयर ऑफ सीजन तथा डेयरी उत्पाद की इकाइयों का भी स्थापना किया जा रहा है।