वाराणसी वासियों के लिए राहत भरी खबर आई है आपको बता दे कि बिजली के तारों को और बिजली को सुधारने के लिए कवायद शुरू हो गई है। दरअसल बिजली विभाग ने मकड़जाल को सुधारने के लिए लगभग 37 करोड़ रूपये का एस्टीमेट बनाकर बुधवार को शासन को भेज दिया है। प्रशासन द्वारा स्वीकृति मिलती है तो लगभग साडे तीन सौ किलोमीटर इलेक्ट्रिक तारो को सुव्यवस्थित किया जाएगा।

आपको बता दें कि यह जानकारी अधीक्षण अभियंता नगरिय द्वितीय दीपक अग्रवाल के द्वारा दिया गया। उन्होंने कहा कि बिजली के इंफ्रास्ट्रक्चर के जगह पर लोगों द्वारा मकान तैयार कर लिया गया है जिस कारण शहर के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां बांस और बल्लियों  के सहारे बिजली के तार घर तक पहुंचाए गए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्र जहां बांस और बल्लियों के सहारे बिजली के तार लगाए गए हैं उन क्षेत्रों को चिन्हित करके सर्वे कराया  गया था।

कराए गए सर्वे में लगभग साढ़े सात हजार से ऊपर पोल्स और साढ़े तीन हजार किलोमीटर विधुत तारो की आवश्यकता पाया गया है इन सभी कामों को दुरुस्त करने के लिए विभाग द्वारा लगभग 37 करोड़ रूपये का स्टीमेट बनाया गया है जिसको मुख्य अभियंता मनोज कुमार अग्रवाल स्वीकृति के लिए आगे भेज दिया गया है। इस प्रस्ताव को जैसे ही स्वीकृति मिलती है वैसे ही बांस और बल्लियों के सहारे चल रहइ तारों को उतार कर नए पोल्स और तार लगाए जाएंगे।

वाराणसी के पुरे क्षेत्र में बिजली की कटौती से जनता बिल्कुल परेशान हो चुकी है। जिले का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां दिन में चार-पांच घंटे बिजली नहीं कटती हो। वही कटौती के बारे में शिकायत करने पर बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि गर्मी बढ़ने से लोड बढ़ गया है जिसके कारण फीडर ट्रिप हो जा रहा है  इसके मरम्मत में कई घंटों लग जाते हैं।

Rajan Sharma

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