गोरखपुर से दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर आ रही है बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने की कवायद भी तेज हो गई है। दरअसल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की सफाई, धुलाई और मरम्मत गोरखपुर स्टेशन की यार्ड स्थित न्यू वाशिंग पिट में किया जाएगा। जिसको लेकर पिट का कायाकल्प होगा। वही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के लायक पीठ को पूरी तरह से व्यवस्थित करके तैयार किया जाएगा।

ताकि ट्रेन प्लेटफार्म से सीधे पिट तक पहुंच सके। मनीराम स्टेशन यार्ड में भी गोरखपुर के अलावा अत्याधुनिक वाशिंग पिट बनाने की भी योजना है इन दोनों स्थलों का प्रस्ताव तैयार करके पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने बोर्ड को भेजा है वही मोड की अनुमति मिलते हैं दोनों में से किसी एक को स्थल का निर्माण शुरू हो जाएगा।

प्रथम व द्वितीय चरण में गोरखपुर

रेलवे प्रशासन के द्वारा भले ही गोरखपुर स्थित वाशिंग पिट के को तैयार करने की योजना कर लिया हो लेकिन यहां पर्याप्त जगह नहीं है। मनीराम स्टेशन यार्ड को भी वाशिंग पिट के लिए विकल्प के रूप में चल रखा है। फिलहाल आपको बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को संचालन में आने वाले संसाधन हो और उपकरणों को तैयार रखने के लिए बोर्ड ने पत्र के माध्यम से निर्देशित किया है।

इस महत्वकांक्षी एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने की कार्य को तेज कर दिया है। ताकि ट्रेन की घोषणा होते हैं ट्रेन को बिना किसी बाधा के संचालन शुरू किया जा सके। मिल रही जानकारी के अनुसार प्रथम व द्वितीय चरण में गोरखपुर से दिल्ली के बीच ट्रेन की घोषणा के साथ साथ टाइम टेबल भी जारी कर दिया जाएगा। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के चलने से गोरखपुर से दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।

 

देश में 75 बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की है योजना -देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के 75 वीं वर्षगांठ पर पूरे देश में 75 बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का घोषणा किया था। फिलहाल आपको बता दें कि वाराणसी-प्रयागराज-दिल्ली और दिल्ली- जम्मू- कटरा- रूट शताब्दी एक्सप्रेस की तर्ज पर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जा रही है।

पूर्वोत्तर रेलवे मुख्य मार्ग बाराबंकी- गोरखपुर- छपरा यह रूट देश की सबसे अधिक गती से चलने वाली ट्रेनों के संचालन के लायक बन कर तैयार हो गया है। यही नहीं यह रेलवे ट्रैक राजधानी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों के चलने के लायक बन चुका है। इन ट्रकों पर वंदे भारत ही नहीं इसके अलावा शताब्दी और दुरंतो एक्सप्रेस भी 110 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकते हैं।

 

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन खास बातें

यह ट्रेन की मैक्सिमम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं ट्रेन की स्पीड बढ़ाकर 180 किलोमीटर करने की योजना है।

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को ट्रेन सेट-18 भी कहा जाता है यह ट्रेन सिर्फ विधुतीकृत मार्ग पर ही चलती है और इसमें दोनों तरफ इंजन होते हैं।

यह ट्रेन पूरी तरह से वातानुकूलित है, इसमें दो पावर कार, 14 चेयर कार, और दो एग्जीक्यूटिव कार होती हैं

Rajan Sharma

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