कानपुर में तेजी से फ़ैल रहा है ज़ीका वायरस, डॉक्टर ने बतया खुद को कैसे बचाये संक्रमण से, जाने क्या है लक्षण

अपना देश कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ाई कर रहा है और सभी लोग अभी कोरोना का ही प्रोटोकॉल फॉलो करने में लगे हुए हैं। इसी बीच जीका वायरस थी धीरे धीरे अपना पैर फैलाना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के तीन ऐसा शहर जिसको जिका वायरस ने अपने चपेट में ले रहा है। यह तीनों शहर कानपुर कन्नौज और लखनऊ है। आपको बता दे की कानपुर में जीका वायरस के 123 केस सामने आए हैं। जिका वायरस दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी एक्शन में आ गए हैं। जिन जिन शहरों में इस वायरस के मरीज मिल रहे हैं वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है और सावधानी बरती जा रही है।

आपको बता दें कि कानपुर चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर एन सिंह के अनुसार 123 केसेस से 37 लोगों का रिपोर्ट नेगेटिव पाया गया है। इसका मतलब यह हुआ कि 37 लोग ठीक हो चुके हैं लेकिन अभी 86 मामले सक्रिय है। फिलहाल इन सभी मरीजों का इलाज किया जा रहा है। वहीं उन्होंने आगे बताया कि घर घर जाकर सर्विलांस टीम ने लगभग डेढ़ लाख घर सर्विलेंस एक्टिविटी पूरा किया है। वही लगभग साढ़े चार हजार सैंपल सैंपलिंग टीम ने लिया है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 2 मरीज मिले हैं वही कनौज में भी जीका वायरस का मरीज पाया गया है।

ये है ज़ीका वायरस के लक्षण

डॉक्टर के अनुसार जीका वायरस का लक्षण लाल चकत्ते, बुखार आना, मांस पेशियों में दर्द होना, उल्टी आना, सिर में दर्द हो तो ऐसे में आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। क्योंकि यह लक्षण जिका वायरस के भी हो सकते हैं। जीका वायरस के लक्षण ज्यादातर फ्लू से मिलते जुलते हैं। गर्भवती महिलाओ में अगर इस तरह का कोई लक्षण मिले तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करन चाहिए। कभी-कभी इस वायरस के लक्षण नजर नहीं आते हैं।

बिल्कुल भी ना करें लापरवाही

डॉक्टर के अनुसार अगर जिका वायरस से बचना है तो लापरवाही बिल्कुल भी ना करें। यह वायरस मच्छर के काटने से फैलता है। यह वायरस बहुत ही खतरनाक है लेकिन अगर सही समय पर इलाज कराने पर यह संक्रमण कंट्रोल में हो सकता है। अगर जीका वायरस का लक्षण महसूस हो तो लापरवाही ना बरतें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करे।

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