छेड़खानी और दुष्कर्म जैसी घटनाएं आजकल आम हो गई है ऐसे में जरूरी है कि जल्द से जल्द इस पर रोकथाम के लिए कदम उठाया जाए। इन घटनाओं को रोकने के लिए कई तरह के योजना बनाए जाते हैं लेकिन हमेशा विफल रहते हैं। कानपुर में इन्हीं सभी घटनाओं को रोकने के लिए एक योजना तैयार किया जा रहा है। दरअसल आपको बता दें कि छेड़खानी और दुष्कर्म जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कानपुर में बीट पुलिसिंग एक योजना तैयार किया है। छेड़खानी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए युवतियों और महिलाओं का जागरूक होना बहुत ही जरूरी है। ऐसा ही कुछ योजना युवतियों और महिलाओं को जागरूक करने के लिए तैयार किया गया है।
खबर के अनुसार एसपी आउटर अजीत सिन्हा ने महिला पुलिसकर्मियों से कहां है कि छेड़खानी और दुष्कर्म जैसी घटनाओं को रोकथाम के लिए बीट पुलिसिंग जरूरी है अपने अपने क्षेत्र में बीट की महिला कांस्टेबल व्हाट्सएप ग्रुप बनाए और उसमें महिलाओं और युवतियों को जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि हर रोज ग्रुप के सदस्यों बातचीत करें। विद्यालयों के आसपास गस्त लगाया जाए ऐसे में जरूरी है कि विद्यालय खुलने और छुट्टी के समय शोहदों की धरपकड़ किया जा सके और उनपर करवाई किया जा सके।
उन्होंने आगे कहा कि महिला कांस्टेबल जो आउटर थानों के बीट में तैनात कि गई हैं उन्हें अपने बीट में महिला शक्ति के नाम से व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं और महिलाओं को जोड़ें। हर रोज सुबह और रात को मैसेज करने के साथ-साथ 1090 से संबंधित सभी जानकारियों को बताएं। यही नहीं बीट की महिला कांस्टेबल के क्षेत्र में आने वाले स्कूलों से कांटेक्ट करें और उन्हें भी व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड कर लें। अफसर का कहना है कि महिलाओं युवतियों छात्र-छात्राओं को जागरूक करने के लिए यह योजना शुरू किया गया है ताकि जागरूक होने के साथ-साथ शिकायत करने में हिचकिचाहट नहीं करेंगी।