काँवर यात्रा पर जाने वाले सेव करें इस ऐप को, मिलेगी ये सभी सुविधाए, लिस्ट ज़रूर पढ़े

श्रावणी मेला 2022 अपडेट :- श्रावण महीने की शुरूआत से हर तरफ बोल बम के नारे गूंज उठते हैं। अगर बात बाबा की नगरी की करें तो वहां के श्रावणी मेले को कौन नहीं जानता । भारत के कोने-कोने से श्रद्धालु श्रावण के इस पावन महीने में भोले बाबा पर जल चढ़ाने, उनके दर्शन करने एवं श्रावणी मेले का आनंद लेने के लिए उपस्थित होते हैं। इस बार पर्यटन विभाग ने एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसका नाम रखा गया है कावड़ यात्रा ऐप (Kaanwar Yatra App ) ।

 

इस ऐप पर आपको श्रावणी मेले वह कांवरिया पथ से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी उपलब्ध होगी । सीधे शब्दों में कहें तो इस बार पर्यटन विभाग ने श्रद्धालुओं के लिए कांवरिया पथ का डिजिटल मैप ही तैयार कर दिया है। जिस पर पूरे कांवरिया पथ पर टेंट सिटी, धर्मशाला, स्नानागार, शौचालय, पर्यटन, सूचना केंद्र, सहायता केंद्र, स्वास्थ्य शिविर इत्यादि की जानकारी जीपीएस लोकेशन के साथ उपलब्ध है। बुधवार को पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद और प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने ऐप लांच कर इसकी शुरुआत की ।

 

# 40 करोड़ की लागत आई, कांवरिया सर्किट के विकास में।

पर्यटन मंत्री से मिली जानकारी के अनुसार स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत सभी कांवरिया सर्किट का विकास किया गया है। जिसके तहत भागलपुर के अजगैबीनाथ में घाट का विकास, सुल्तानगंज में चेंजिंग रूम, मुंगेर के मोजमा व बांका के लुल्हा शिवलोक में रेन सेल्टर, बांका के जलेबिया व सुइयां में मार्गीय सुविधा केंद्र, टंकेश्वर व चिहुतजोर में मिनी कैफेटेरिया, इनारवरण में सिटिंग सेल्टर आदि का निर्माण किया गया है।

 

जिसकी कुल लागत 40 करोड़ 35 लाख बताई जा रही है।बांका के अबरखा में 500 बेड की टेंट सिटी बनाई गई है, जहां पूरे माह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा। श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए मेले की जानकारी देने वाले ब्रोशर का भी मुद्रण कराया गया है, जिसका नि:शुल्क वितरण किया जाएगा।

 

# ऐप में होगी कई अहम जानकारी।

प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल से मिली जानकारी के अनुसार ऐप के जरिए भक्त बाबा धाम कैसे पहुंचे और मेले के इतिहास इत्यादि की जानकारी के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों व सुविधा केंद्र से जुड़े अधिकारियों के नंबर भी पा सकेंगे । जिससे जरूरत के समय श्रद्धालु उन्हें संपर्क भी कर सकते हैं । इतना ही नहीं किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर श्रद्धालु ऐप की मदद से शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। शिकायतों का निपटारा जल्द से जल्द हो इसके लिए मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर से की जाएगी ।

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