अब हर नवजात बच्चों को मां का दूध पीने को मिल सकेगा नवजात बच्चों को डिब्बे का दूध नहीं बल्कि मां का दूध मिलेगा। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में मदर मिल्क बैंक स्थापना करने की मंजूरी मिल चुकी है। यह मदर मिल्क बैंक जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और बीएचयू बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के लिए मंजूरी मिली है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन 88–88 लाख रुपए दोनों केंद्रों के लिए स्वीकृति दी है। दरअसल यह कदम इसलिए उठाया गया है कि बच्चों को डिब्बे के दूध के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा। यह मदर मिल्क बैंक जीएसवीएम कॉलेज में प्रदेश का दूसरा ब्रेस्ट मिल्क बैंक होगा। मदर मिल्क बैंक को बनाने के लिए जून 2019 में प्राचार्य प्रोफेसर आरती लालचंदानी के कार्यकाल में इसको बनाने के लिए प्रस्ताव दिया गया था जिसे अब जा के स्वीकृति मिल चुकी है।

सभी मां दूध दान कर सकेंगी-
आपको बता दें कि कुछ ऐसे मां होती है जिन का बच्चा जन्म के समय ही डेथ हो जाती है और अपनी दूध अपने बच्चे को नहीं पीला पाती है। दूसरे बच्चों की जान बचाने के लिए ऐसे माँये अपना दूध दान कर सकेंगी। नवजात बच्चों के लिए मां का दूध अमृत के समान होता है मां का दूध से इम्यूनिटी बढ़ती है। आइए अब हम आपको बताते हैं कि मां के दूध को कैसे सुरक्षित रखा जाएगा , दरअसल इलेक्ट्रिक ब्रेस्ट पंप से मां का दूध ऑटोमेटिक मशीन से निकाला जाएगा। दूध में कोई संक्रमण ना हो इसके लिए भी चेक किया जाएगा। दूध को संक्रमण रहित करने के लिए माइनस 20 डिग्री सेंटीग्रेड पर पाश्चयुराइज़्ड किया जायेगा।

Rajan Sharma

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