भारत में ड्रोन का इस्तेमाल दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं ऐसे में ड्रोन उड़ाने के ऑपरेटर बहुत कम है। आपको बता दें कि वर्तमान के समय में ड्रोन का इस्तेमाल सर्विलेंस, रक्षा में, संचार, उत्पादों की डिलीवरी सहित अन्य कार्यों को करने के लिए उपयोग हो रहा है। यही नहीं ड्रोन का इस्तेमाल खेती-बाड़ी में भी बढ़ाने को लेकर वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहां है। ड्रोन का इस्तेमाल खेती-बाड़ी में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव, रोग नाशक दवाओं का छिड़काव, उर्वरक जैसे काम कराने पर उन्होंने जोर दिया है। इससे लगता है कि आने वाले समय में ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ जाएगा। ड्रोन का इस्तेमाल करने से ऑपरेटर की भी जरूरत पड़ेगी। इसको देखते हुए कानपुर आईआईटी में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग देने की योजना बना रही है। आने वाले अगले कुछ महीनों में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग प्रमाण-पत्र कोर्स शुरू करेगा। इसको लेकर नागरिक उड्डयन निदेशालय और प्रदेश सरकार से बातचीत चल रही है।
कुछ समय पहले ड्रोन उड़ाने के लिए भारत सरकार के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के द्वारा एक गाइडलाइन जारी किया था। जिसमें महानिदेशालय का लाइसेंस ड्रोन उड़ाने के लिए जरूरी है। इससे पता चलता है कि ड्रोन को उड़ाने को लेकर एक विशेष ट्रेनिंग की जरूरत होगी। इसको देखते हुए आईआईटी की एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग कोर्स कराने की योजना बना रहा है। देश में देश में कई ऐसे संस्थान है जो ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण का कोर्स चला रहे है। इस कोर्स को करवाने के लिए मोटी रकम वसूल रही है। आईआईटी में यह कोर्स शुरू होने से महंगी फीस देने से बचा जा सकेगा। #kanpurtechnews #kanpurnews